वर्ग-7, विज्ञान, अध्याय-1. जल और जंगल (दूसरा दिन) 14/04/2020

245 views

You may also like

Day 31 : Class-7 : SST : हमारी दुनियां : अध्याय - 3 : टॉपिक - पठार {Plateau}
/
50 views
'आंतरिक बल एवं उससे बनने वाली भू-आकृतियाँ' के अंतर्गत आज हमलोग #पठार के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। इस कड़ी में विभिन्न प्रकार के पठारों के बारे में पढ़ेंगे; साथ ही दुनियां के प्रमुख पठारों के नाम भी जानेंगे।
class 7 Sanskrit प्रथम अध्याय वंदना दिनांक 13/ 4/ 2020 D 1
/
73 views
कक्षा सप्तम विषय संस्कृत प्रथम पाठ वंदना अध्यापक आचार्य गोपाल जी आज हम लोग जानेंगे संस्कृत के बारे में और प्रथम पाठ का
Date:-16/05/20 Day:-30 Chap.4(Motion and Time)
/
33 views
Date-16/05/20 Day -30 Chapter -4 (Motion and Time) Speed Linear motion ,Uniform motion and Non uniform motion
Class 7 संस्कृत व्याकरण प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, दिनांक :- 16/05/2020 (D-30)
/
70 views
कक्षा :- सप्तम विषय :- संस्कृत व्याकरण प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, अध्यापक :- आचार्य गोपाल जी संस्कृत व्याकरण प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता जिसमें वर्ण
6th Day Date 18.04.20 Lesson 1 Topic Combustion & Flame
/
43 views
6th Day Date 18.04.20 Lesson 1 Topic Combustion & Flame.
10th Day Date 23.04.20 Lesson 1 Topic Combustion & Flame
/
53 views
10th Day Date 23.04.20 Lesson 1 Topic Combustion & Flame . In this video , we have discussed about question answer for this lesson.
3rd Day Date 15.04.20 lesson 1 Topic Combustion & Flame
/
53 views
3rd Day Date 15.04.20 lesson 1 Topic Combustion & Flame .In this video , we have discussed about necessary condition for combustion.
Page 20 of 30
Author:

मैं, त्रिपुरारि राय, ग्राम-नौहट्टा, जिला सहरसा बिहार से हूँ | मेरे पिता, श्री गुरुदेव राय, बिहार सरकार के PHED विभाग में इंजिनियर पद से रिटायर हैं| मेरी माँ, क्रांति देवी, बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में शिक्षिका हैं |मैं बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में एक शिक्षक हूँ | मैं अध्ययन-अध्यापन के अलावे और भी कई कलाओं में रूचि रखता हूँ | मुझे गायन, चित्रकारी, कविता-कहानी लेखन, खाना बनाने, हेंडीक्राफ्ट, डेकोरेशन वर्क आदि का शौक है | मेरे दादाजी पंडित सहदेव कवि संस्कृत के प्रकांड विद्वान् थे | एल.आर.शर्मा द्वारा लिखित ब्रह्मभट्टचरितम में उनकी जीवनी पढ़ी जा सकती है |मुझे सामाजिक कार्यों से जुड़ने की प्रेरणा भी आदरणीय एल.आर.शर्मा जी से ही मिली थी जब मैं 12 वर्ष की उम्र का था | वे मेरे पत्राचार से प्रभावित होकर ब्रह्मभट्टचरितम के प्रथम संस्करण में मेरे बारें में भी लिखे | तब से निरंतर समाज के प्रति मेरा लगाव बढ़ता गया |

Leave a Reply