दिनांक 22.05.2020 दिवस 35 वा वर्ग-6 विषय संस्कृत की कक्षा की शुरुआत हमने प्रतिदिन की भांति एक सुविचार से किया जो कि इस प्रकार है-” पहचान से मिला काम थोड़े थोड़े समय के लिए रहता है लेकिन काम से मिली पहचान हमेशा के लिए रहती है”। तत्पश्चात हमने गीता आधारित प्रश्नोत्तरी की जो कि इस प्रकार हैं –
1.राधा जी का जन्म किस गांव में हुआ था?
2. भगवान परशुराम किस पर्वत पर तपस्या करते थे? 3.भीष्म के दादाजी का क्या नाम था ?
4.सुखदेव जी अपनी माता के गर्भ में कितने समय रहे?
5. राजा परीक्षित को किसने श्राप दिया था ?
तत्पश्चात आज के मुख्य विषय बिंदु पर बढ़ते हैं और चित्र के माध्यम से और पहेली के द्वारा हमने विभिन्न प्रकार के पेड़- पौधों के नाम संस्कृत में जाने। अंत में पेड़ पौधे के नाम गृहकार्य के रूप में देखकर आज कक्षा को विराम दिया गया।
धन्यवाद @रम्भा कुमारी
हम पाठ की विषय वस्तु की ओर बढ़ते हैं कल हमने 1 से 10 तक की संख्याओं को संस्कृत में कैसे लिखते हैं ?उसका वाक्य में किस प्रकार प्रयोग करते हैं? यह देखा था। आज हमने 11 से लेकर 20 तक की संख्याओं को चार्ट के माध्यम से देखा और उसका उच्चारण के साथ ही अनेक शब्दों के साथ उसके वाक्य में प्रयोग करते हुए वाक्य बनाने का सीखा
आज दिनांक 09.05. 2020 दिवस 24 ,वर्ग 6 विषय, संस्कृत दिन शनिवार ,आज हमने अपने कक्षा की शुरुआत एक मोटिवेशनल सुविचार से किया जो कि इस प्रकार है "सलाह हारे हुए की तजुर्बा जीते हुए का और दिमाग खुद का इंसान को कभी हार नहीं देता"।
आज दिनांक 11.05.2020 दिवस 25वां ,वर्ग 6 ,विषय- संस्कृत, दिन सोमवार ।आज हम पाठ-3 के अभ्यास प्रश्न्नों को हल करेें ।शुरुआत 1 सुविचार से किया जो कि इस प्रकार है "मंजिल चाहे कितनी भी ऊंची क्यों ना हो उसके रास्ते हमेशा पैरों के नीचे से ही जाते हैं"
कक्षा के मुख्य बिंदु गम् धातु के रूप पर आते हैं और आज हमने चार्ट के माध्यम से लट् लकार और लङ्गं लकार के रूप को देखा। उसके साथ ही उनसे वाक्य कैसे बनते हैं और उनके क्या रूप होते हैं इसके बारे में जानकारी प्रदान की
आज के मुख्य विषय बिंदु लकार पर चर्चा करते हुए लृट् लकार की ओर बढ़ेंगे। लृट् लकार के सूत्र को चार्ट के माध्यम से दिखाते हुए, गम धातु के साथ उदाहरण और अनुवाद बताया ।
दिनांक 25.05.2020 स्कूल ऑन मोबाइल के 37 वें दिन वर्ग- 6 ,विषय-विज्ञान,अध्याय-7(पेड़-पौधों की दुनियां) के अंतर्गत अभ्यास प्रश्नों को बच्चों के समक्ष रखा गया, जिसके उत्तर बच्चों ने बखूबी दिए