आज दिनांक 04.05. 2020 को वर्ग 6 विषय संस्कृत के कक्षा का प्रारंभ मैंने एक सुविचार से किया जो कि इस प्रकार था “सकारात्मक सोच और निरंतर अभ्यास है आपकी सफलता का आधार है”। इसे विस्तार पूर्वक समझाते हुए आज की कक्षा को आगे बढ़ाते हुए हमने कल के प्रश्नोत्तर की पुनरावृत्ति की। पुन: आज के प्रश्नों को पूछा —
पहला सवाल था पंचतंत्र की रचना किसने की?
दूसरा सवाल इसमें कितने भाग हैं?
तीसरा सवाल हितोपदेश के रचयिता कौन हैं?
और इसी के साथ आज हमने कल अपने पाठ में जो जो विषय पढ़े थे उन सभी को पुनः एक बार स्मरण करते हुए आज पाठ-2 के समापन पर अभ्यास के प्रश्नों को देखा और शब्दार्थ को चार्ट के द्वारा दिखाकर सस्वर उच्चारण करते हुए कक्षा को आगे बढ़ाया अंत में अभ्यास प्रश्नों के कुछ प्रश्नों को गृह कार्य के रूप में प्रदान करते हुए कक्षा का समापन किया गया ।
धन्यवाद रम्भा कुमारी