आज दिनाँक 28.04.2020 वर्ग- 6 की संस्कृत पुस्तक अमृता प्रथमः भाग: के द्वितीय पाठ का अध्ययन करेंगे। पाठ की शुरुआत हम अभिवादन से करते है। सुप्रभातम् 🙏 मम नाम रम्भा ,भवतः ना किम् ? भवत्याः नाम किम् ? आज हम आरम्भ करते है एक सुक्ति से “आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महारिपु:”। अर्थात् आलस्य मनुष्य के शरीर में रहने वाला सबसे बड़ा दुश्मन है।
कुछ सामान्य प्रश्नोत्तर :–
श्रीराम की बहन का क्या नाम था? उनका विवाह किसके साथ हुआ था? लक्ष्मण की भार्या का क्या नाम था.?
आज हम सरल पदों का परिचय प्राप्त करेंगे। जैसे:-
एषा – यह(स्त्रीलिंग)
एषः -यह(पुल्लिंग)
एतत्- यह(नपुंसकलिंग)
खट्वा–खटिया
अस्ति–है
एषा खट्वा अस्ति–यह खटियाहै।
कम्बलं उष्णम् भवति-कम्बल गर्म होता है।
इसी प्रकार अनेक गृह उपयोगी वस्तुओं की जानकारी प्रदान करेंगे। पाठ के अंत में पुनरावृति करते हुए गृह कार्य प्रदान करेंगे।
कक्षा : सप्तम
, विषय:- संस्कृत व्याकरण ( सरल संस्कृत अनुवाद के नियम) अध्यापक:- आचार्य गोपाल जी
आज संस्कृत व्याकरण में सरल संस्कृत अनुवाद के नियम का अध्ययन करेंगे
कक्षा : अष्टम
, विषय:- संस्कृत व्याकरण ( सरल संस्कृत अनुवाद के नियम) अध्यापक:- आचार्य गोपाल जी
आज संस्कृत व्याकरण में सरल संस्कृत अनुवाद के नियम का अध्ययन करेंगे
कक्षा : सप्तम
विषय:- संस्कृत व्याकरण ( तिड़्न्त का संक्षिप्त परिचय और धातु रूप पठ और गम )
अध्यापक:- आचार्य गोपाल जी
आज संस्कृत व्याकरण में तिड़्न्त का संक्षिप्त परिचय और धातु रूप
कक्षा : अष्टम
विषय:- संस्कृत व्याकरण ( तिड़्न्त का संक्षिप्त परिचय और दृश धातु रूप)
अध्यापक:- आचार्य गोपाल जी
आज हम लोग संस्कृत व्याकरण में तिड़्न्त का संक्षिप्त परिचय और दृश धातु रूप का
शीर्षक - मंत्र के प्रश्न अभ्यास पर चर्चा की गई. आज का प्रारंभ दिवस ज्ञान पर चर्चा से किया गया.विगत दिवस से आगे बढ़ते हुए प्रस्तुत पाठ के तीन प्रश्नों की विस्तार से चर्चा की गई .
आज दिनांक 02.06.2020, दिवस 44,वर्ग 6, विषय संस्कृत कक्षा में हम पंचम अध्याय मम परिवार का पाठ संपूर्ण करेंगे। जिसकी शुरुआत हमने एक सुविचार से कि जो कि इस प्रकार है -"
अगर आप सूर्य की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूर्य की तरह जलना सीखो।"