आज दिनांक 27 .05 .2020 दिन 39 ,वर्ग 6, विषय संस्कृत के कक्षा में आज हम क्रिया पद परिचय में नपुंसकलिंग का परिचय प्राप्त करेंगे। आज की कक्षा की शुरुआत एक सुविचार से की गई जो किस प्रकार हैं -“लगातार अभ्यास मनुष्य को परिपूर्ण बनाता है।” और कुछ प्रश्नोत्तरी की गई जो कि इस प्रकार हैं-
1.”सत्यमेव जयते” वाक्य किस उपनिषद से लिया गया है? 2.वैदिक काल में शिव को क्या कहा जाता है?
3. ऋग्वेद से संबद्ध देवता कौन है ?
4.ऋग्वेद के आचार्य कौन है? 5.यजुर्वेद के आचार्य कौन है? तत्पश्चात आज के मुख्य बिंदु क्रिया पद परिचय का उदाहरण नपुंसक लिंग के एकवचन द्विवचन और बहुवचन में किया गया। पाठ्य पुस्तक में दिए वाक्यों के माध्यम से चर्चा करते हुए गृह कार्य प्रदान कर कक्षा को विराम दिया गया ।
धन्यवाद @रम्भा कुमारी