आज दिनांक 04.06 .2020 दिवस 46 वर्ग 6 , विषय संस्कृत कक्षा में आज हम षष्ठम पाठ का अध्ययन करेंगे।जिसकी शुरुआत हम एक सूक्ति से करेंगे जो इस प्रकार है-
मूर्खस्य पञ्च चिन्हानि गर्वो दुर्वचन तथा।
क्रोधश्च दृढ़वादश्च परवाक्येष्वनादर:।।
आज दिनांक 03.06 .2020 वर्ग 6 विषय संस्कृत ,दिवस 45 वा आज की कक्षा में हम पंचम पाठ के अभ्यास प्रश्न को हल करेंगे। जिसकी शुरुआत हमने एक सूक्ति से की जो कि इस प्रकार है -
"विद्वत्वं च नृपत्वं च न एव तुल्ये कदाचन्।
स्वदेशे पूज्यते राजा विद्वान् सर्वत्र पूज्यते।।
शीर्षक - मंत्र के प्रश्न अभ्यास पर चर्चा की गई. आज का प्रारंभ दिवस ज्ञान पर चर्चा से किया गया. विगत दिवस से आगे बढ़ते हुए प्रस्तुत पाठ केअगले तीन प्रश्नों की विस्तार से चर्चा की गई .
अंततः गृहकार्य एवं कल क्या सीखना है? इसकी एक झलक के साथ पाठ सम्पन्न किया गया.
शीर्षक - मंत्र के प्रश्न अभ्यास पर चर्चा की गई. आज का प्रारंभ दिवस ज्ञान पर चर्चा से किया गया.विगत दिवस से आगे बढ़ते हुए प्रस्तुत पाठ केअगले चार प्रश्नों की विस्तार से चर्चा की गई .
The poet in the last two stanzas compares children to the honeybees. Honeybees cluster round the flower bed so as the children cluster round the Ice-cream man.
शीर्षक - मंत्र के प्रश्न अभ्यास पर चर्चा की गई. आज का प्रारंभ दिवस ज्ञान पर चर्चा से किया गया.विगत दिवस से आगे बढ़ते हुए प्रस्तुत पाठ के तीन प्रश्नों की विस्तार से चर्चा की गई .