आज दिनांक 05.06.2020 स्कूल ऑन मोबाइल के 47 वें दिन वर्ग- 6,विषय-विज्ञान,अध्याय-9 (जंतुओं में गति) के अंतर्गत हमारे शरीर में अस्थियों का महत्त्व, मांस पेशियों एवं अस्थियों के संरचना तथा कार्यों के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।
आज दिनांक 30 मार्च 2020 अध्याय 5 पदार्थ में रासायनिक परिवर्तन में एक मॉडल के द्वारा बच्चों को अनु परमाणु यौगिक मिश्रण तथा भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन को समझाया गया।
शीर्षक - मंत्र पर चर्चा की गई. आज का प्रारंभ दिवस ज्ञान में अंतर्राष्ट्रीय माउन्ट एवरेस्ट दिवस पर चर्चा से किया गया.विगत दिवस से आगे बढ़ते हुए प्रस्तुत पाठ के आदर्श वाचन और भावार्थ की चर्चा की गई .
अंततः गृहकार्य एवं कल क्या सीखना है? इसकी एक झलक के साथ पाठ सम्पन्न किया गया.
आज दिनांक 29.05.2020 स्कूल ऑन मोबाइल के 41 वें दिन वर्ग- 6,विषय-विज्ञान,अध्याय-8 (फूलों से जान-पहचान) के अंतर्गत फूलों के बाह्य एवं आंतरिक भागों के बारे में विस्तृत चर्चा हुई।
आज दिनांक 28.05.2020 स्कूल ऑन मोबाइल के 40 वें दिन वर्ग-6,विषय-विज्ञान के अंतर्गत "आओ खेलें खेल" खेल-गतिविधि का आयोजन किया गया। यह बच्चों के तार्किक क्षमता में वृद्धि लाने के लिए बहुत ही उपयोगी था।
आज दिनांक 29 .05.2020, वर्ग 6, विषय संस्कृत की कक्षा में आज हम संस्कृत व्याकरण का अध्ययन करेंगे। जिसमें हम लता (स्त्रीलिंग) शब्द रूप को चार्ट के माध्यम से देखेंगे। सर्वप्रथम आज के कक्षा की शुरुआत हमने एक सुविचार से किया जो कि इस प्रकार हैं- "दृष्टि पूतं न्यसेत्पादं वस्त्रपूतं जलं पिबेत।
सत्यपूतं वदेत् वाच्यं मनः पूतं समाचरेत ।।"
आज दिनांक 28.05. 2020 दिवस 40, वर्ग 6 ,विषय संस्कृत, कक्षा में आज हम चतुर्थ पाठ के क्रियापद परिचय में शब्दार्थ एवं पाठ के अभ्यास प्रश्नों को हल करेंगे । आज की कक्षा की शुरुआत हमने एक सुविचार से किया जो कि इस प्रकार है -"जो लोग आधे अधूरे मन से कोई काम करते हैं उन्हें आधी अधूरी सफलता ही मिलती है।"
आज दिनांक 27 .05 .2020 दिन 39 ,वर्ग 6, विषय संस्कृत के कक्षा में आज हम क्रिया पद परिचय में नपुंसकलिंग का परिचय प्राप्त करेंगे। आज की कक्षा की शुरुआत एक सुविचार से की गई जो किस प्रकार हैं -"लगातार अभ्यास मनुष्य को परिपूर्ण बनाता है।"
आज दिनांक 26 .05. 2020 दिवस 38,वर्ग 6 ,विषय संस्कृत के कक्षा में आज हम चतुर्थ पाठ का अध्ययन करेंगे। जिसमें हम स्त्रीलिंग परिचय प्राप्त करेंगे। शुरुआत सबसे पहले हमने दिवस ज्ञान से की। तत्पश्चात 1 सुविचार जो किस प्रकार है "यूं ही नहीं मिलती राही को मंजिल एक जुनून सा दिल में जगाना होता है ।