आज 16वें दिन दिनांक 30/04/ 2020 को रोज की तरह मैंने एक सुविचार से कक्षा की शुरुआत करने के बाद वैदिक पद्धति से गुणा का तरीका बच्चों को सिखाया और गृह कार्य दिया।
तत्पश्चात विज्ञान के अध्याय -3 (तंतु से वस्त्र तक) के अंतर्गत पिछली कक्षा की पुनरावृत्ति हुई और सूत की कताई करके मैंने बच्चों को दिखाया फिर मेरे द्वारा पपेट शो कराया गया उसमें किट्टी नाम की मेरी एक स्टूडेंट ने जूट के रेशे कैसे प्राप्त होते हैं तथा जूट की खेती भारत में कहां कहां होती है यह t.l.m. के माध्यम से बताया। उसने कुछ प्रश्न भी पूछे जिसका उत्तर बच्चों ने बखूबी दिया।
निष्कर्षत: आज मैंने पपेट शो तथा t.l.m. की सहायता से कताई की प्रक्रिया तथा जूट के उत्पादन वाले क्षेत्र और जूट के रेशे निकालने की प्रक्रिया को भलीभांति समझाया।