पाठ- 4 ,शीर्षक- हॉकी का जादूगर के प्रश्न अभ्यास पर विस्तार से चर्चा की गई. पाठ का प्रारंभ पू्र्व दिवस के गृहकार्य एवं स्वरचित एक छोटी कविता जो मेजर ध्यानचंद के संदेश से संबंधित है, से की गई. चर्चा के क्रम में पाठ से ,के पांच प्रश्नों एवं पाठ से आगे ,के चार प्रश्नों पर व्यापक बातें की गई .
यथा ध्यानचंद किस खेल से संबंध रखते थे ?
उन्होंने बदला कैसे लिया?
उनके सफलता का राज क्या था ?
कब से उन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाने लगा ?
निष्कर्षतः वर्ग संचालन में यह ध्यान रखा गया कि हमारे बच्चे प्रश्नों का स्वयं उत्तर लिखने के काबिल बन जाए.