आज की कक्षा की शुरुआत सूक्ति से होगी । उसके बाद पिछली कक्षा का अवलोकन किया जाएगा उसके बाद कुछ संज्ञा शब्द में पुलिंग शब्दों का प्रयोग ,स्त्रीलिंग शब्दों के प्रयोग , नपुंसकलिंग शब्दों के प्रयोग हमारे शरीर के अंग और सरल संस्कृत की कुछ लघु कथा को बताया जाएगा बताया जाएगा।
गृह कार्य :- बताए गए संज्ञा शब्द में पुलिंग शब्दों का प्रयोग ,स्त्रीलिंग शब्दों के प्रयोग , नपुंसकलिंग शब्दों के प्रयोग हमारे शरीर के अंग और सरल संस्कृत की लघु कथा को तथा उसके अर्थ को उत्तर पुस्तिका में लिखें।
आज दिनांक 04.06 .2020 दिवस 46 वर्ग 6 , विषय संस्कृत कक्षा में आज हम षष्ठम पाठ का अध्ययन करेंगे।जिसकी शुरुआत हम एक सूक्ति से करेंगे जो इस प्रकार है-
मूर्खस्य पञ्च चिन्हानि गर्वो दुर्वचन तथा।
क्रोधश्च दृढ़वादश्च परवाक्येष्वनादर:।।
आज दिनांक 03.06 .2020 वर्ग 6 विषय संस्कृत ,दिवस 45 वा आज की कक्षा में हम पंचम पाठ के अभ्यास प्रश्न को हल करेंगे। जिसकी शुरुआत हमने एक सूक्ति से की जो कि इस प्रकार है -
"विद्वत्वं च नृपत्वं च न एव तुल्ये कदाचन्।
स्वदेशे पूज्यते राजा विद्वान् सर्वत्र पूज्यते।।
आज Data Management के तहत संयोग(Chance) से संबंधित विस्तार से चर्चा की गई एवं उदाहरण लेकर गतिविधि के माध्यम से सिखाया गया। साथ ही साथ गृह कार्य भी दिया गया।
आज प्रायिकता को सिक्के एवं पासे के माध्यम से विभिन्न प्रश्नों का हल करने के लिए सिखाया गया तथा अध्याय 4 समाप्त किया एवं 4.4 प्रश्नावली गृह कार्य के रूप में दिया गया।
आज ज्यामितीय आकृतियों की समझ के अंतर्गत रेखाखंड, किरण, रेखा एवं कोण को बताया गया एवं कोण के प्रकार न्यून कोण, समकोण एवं अधिक कोण से संबंधित गृह कार्य दिए गए।
आज ज्यामितीय आकृतियों की समझ के तहत कोणों का युग्म यथा कोटिपूरक कोण, संपूरक कोण, आसन्न कोण एवं रैखिक कोण बताया गया एवं इससे संबंधित गृह कार्य करने को दिया गया।
45th day Date 03.06.20 पाठ 3 प्रकरण आतंरिक बल एवं उससे बनने वाली भू -आकृतियाँ। इस वीडियो में आप पथ आधारित अंतिम दो प्रश्नों का हल जानेगें। इसके अतिरिक्त पथ आधारित अन्य प्रश्नों की चर्चा के साथ परियोजना कार्य हेतु निर्देश दिए गए।