वर्ग- 8, गणित, अध्याय- 3. ज्यामितीय आकृतियों की समझ, (दूसरा दिन) भाग-2, 03/06/2020

बहुभुज किसे कहते हैं, इसके प्रकार, स्ट्रॉ पाइप द्वारा बहुभुज बनाने का क्रियाकलाप

87 views

You may also like

Sankhyon ki samajh 20-04-2020 D 7D
/
76 views
Sankhyon ki samajh 20-04-2020 D 7D Today I take a test of our student.I asked questions what I taught earlier.i also taught unit of distance.
Sankhyon ki samajh 18-04-2020 D 6
/
67 views
Sankhyon ki samajh 18-04-2020 D 6 Today I taught international place value system in which I also explained where we used comma and explained lesson 1.1 and assigned homework.
Sankhyon ki samajh 17-04-2020 D 5
/
35 views
Sankhyon ki samajh 17-04-2020 D 5 Today I taught international place value of number,uses of comma in international place value system,solved exercise 1.1 from text book and also assigned homework to our student
Sankhyon ki samajh 16-04-2020 D 4
/
55 views
Sankhyon ki samajh 16-04-2020 D 4 Today I recall previous day topic in the starting and explained indian place value system through story,where we used comma in more than two digit number and I also explained sum grid that is a play activity.
Sankhyon ki samajh 15-04-2020 D 3
/
82 views
Sankhyon ki samajh 15-04-2020 D 3 Today I taught number value, place value of number through activity,and expended form of number.
Sankhyon ki samajh 14-04-2020 D 2
/
33 views
Sankhyon ki samajh 14-04-2020 D 2 Today I taught formation of number through TLM,assending order and descending order through picture, place value activity.
Geometrical knowledge 06-06-2020 D 48
/
70 views
Geometrical knowledge 06-06-2020 D 48 Today I taught line,line segment,ray and angle through activity and assigned homework to our student
Sankhyon ki samajh 13-04-2020 D 1
/
66 views
Sankhyon ki samajh 13-04-2020 D 1  Today I taught number what is number andhand it forms,accending and descending order.
Page 2 of 33
Author:

मैं, त्रिपुरारि राय, ग्राम-नौहट्टा, जिला सहरसा बिहार से हूँ | मेरे पिता, श्री गुरुदेव राय, बिहार सरकार के PHED विभाग में इंजिनियर पद से रिटायर हैं| मेरी माँ, क्रांति देवी, बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में शिक्षिका हैं |मैं बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में एक शिक्षक हूँ | मैं अध्ययन-अध्यापन के अलावे और भी कई कलाओं में रूचि रखता हूँ | मुझे गायन, चित्रकारी, कविता-कहानी लेखन, खाना बनाने, हेंडीक्राफ्ट, डेकोरेशन वर्क आदि का शौक है | मेरे दादाजी पंडित सहदेव कवि संस्कृत के प्रकांड विद्वान् थे | एल.आर.शर्मा द्वारा लिखित ब्रह्मभट्टचरितम में उनकी जीवनी पढ़ी जा सकती है |मुझे सामाजिक कार्यों से जुड़ने की प्रेरणा भी आदरणीय एल.आर.शर्मा जी से ही मिली थी जब मैं 12 वर्ष की उम्र का था | वे मेरे पत्राचार से प्रभावित होकर ब्रह्मभट्टचरितम के प्रथम संस्करण में मेरे बारें में भी लिखे | तब से निरंतर समाज के प्रति मेरा लगाव बढ़ता गया |

Leave a Reply