आज दिनांक 14 .05.2020 दिन 28 वर्ग 6 विषय संस्कृत की कक्षा में हम एक सुविचार से शुरू करेंगे ।जो किस प्रकार हैं -“आपके कर्म ही आपकी पहचान हैं वरना एक नाम के तो हजारों इंसान हैं”। इसके बाद प्रश्नोत्तरी शुरू करेंगे जिसमें निम्नलिखित प्रश्न पूछे गए हैं 1.पहलाद के पिता जी कौन थे?
2. पहलाद के पुत्र का क्या नाम था ?
3.विरोचन के पुत्र कौन था? 4.विश्वामित्र के पिता जी का क्या नाम था? इन सारे प्रश्नों के बाद आज के मुख्य विषय बिंदु लकार पर चर्चा करते हुए लृट् लकार की ओर बढ़ेंगे। लृट् लकार के सूत्र को चार्ट के माध्यम से दिखाते हुए, गम धातु के साथ उदाहरण और अनुवाद बताया । गृह कार्य में पठ् धातु के लृट् लकार में बनाकर लाने को प्रदान कर कक्षा को विराम दिया गया।
कक्षा : सप्तम
, विषय:- संस्कृत व्याकरण ( सरल संस्कृत अनुवाद के नियम) अध्यापक:- आचार्य गोपाल जी
आज संस्कृत व्याकरण में सरल संस्कृत अनुवाद के नियम का अध्ययन करेंगे
कक्षा : अष्टम
, विषय:- संस्कृत व्याकरण ( सरल संस्कृत अनुवाद के नियम) अध्यापक:- आचार्य गोपाल जी
आज संस्कृत व्याकरण में सरल संस्कृत अनुवाद के नियम का अध्ययन करेंगे
कक्षा : सप्तम
विषय:- संस्कृत व्याकरण ( तिड़्न्त का संक्षिप्त परिचय और धातु रूप पठ और गम )
अध्यापक:- आचार्य गोपाल जी
आज संस्कृत व्याकरण में तिड़्न्त का संक्षिप्त परिचय और धातु रूप
कक्षा : अष्टम
विषय:- संस्कृत व्याकरण ( तिड़्न्त का संक्षिप्त परिचय और दृश धातु रूप)
अध्यापक:- आचार्य गोपाल जी
आज हम लोग संस्कृत व्याकरण में तिड़्न्त का संक्षिप्त परिचय और दृश धातु रूप का
शीर्षक - मंत्र के प्रश्न अभ्यास पर चर्चा की गई. आज का प्रारंभ दिवस ज्ञान पर चर्चा से किया गया.विगत दिवस से आगे बढ़ते हुए प्रस्तुत पाठ के तीन प्रश्नों की विस्तार से चर्चा की गई .
आज दिनांक 02.06.2020, दिवस 44,वर्ग 6, विषय संस्कृत कक्षा में हम पंचम अध्याय मम परिवार का पाठ संपूर्ण करेंगे। जिसकी शुरुआत हमने एक सुविचार से कि जो कि इस प्रकार है -"
अगर आप सूर्य की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूर्य की तरह जलना सीखो।"