शीर्षक- चिड़िया, कविता का हाव -भाव के साथ लयबद्ध वाचन किया गया. आज का प्रारंभ दिवस ज्ञान से किया गया .आज से संबंधित प्रश्न अभ्यास पर व्यापक बातचीत की गई.
शीर्षक- चिड़िया, कविता का हाव -भाव के साथ लयबद्ध वाचन किया गया. आज का प्रारंभ दिवस ज्ञान से किया गया .आज कविता के प्रश्न अभ्यास पर व्यापक बातचीत की गई.
शीर्षक- चिड़िया, कविता का हाव -भाव के साथ लयबद्ध वाचन किया गया. आज का प्रारंभ दिवस ज्ञान से किया गया .
अंतत : गृहकार्य एवं कल क्या सीखना है ? इसकी एक झलक के साथ पाठ को संपन्न किया.
शीर्षक - तुम कल्पना करो, को हाव-भाव के साथ लयबद्ध पढा़ गया. आज का प्रारंभ दिवस का आगा़ज दिवस ज्ञान से किया गया.
विगत दिवसों से आगे बढ़ते हुए सबसे पहले कविता के कवि का परिचय, रोचक वाचन, एवं शब्दार्थ पर बातें हुई.
शीर्षक - तुम कल्पना करो, को हाव-भाव के साथ लयबद्ध पढा़ गया और कविता के दो अनुच्छेदों के भावार्थ पर बातें हुईं.आज का प्रारंभ सुरक्षित शनिवार पर चर्चा से किया गया.विगत दिवस से आगे बढ़ते हुए सबसे पहले कविता के कवि का परिचय, रोचक वाचन, शब्दार्थ एवं दो अनुच्छेदों के भावार्थ पर बातें हुई.
शीर्षक- चिड़िया, कविता का हाव -भाव के साथ लयबद्ध वाचन किया गया. आज का प्रारंभ कवि परिचय और दिवस ज्ञान से किया गया .
अंतत : गृहकार्य एवं कल क्या सीखना है ? इसकी एक झलक के साथ पाठ को संपन्न किया.
शीर्षक- असली चित्र के सारांश के पश्चात इस पाठ के व्याकरण से संबंधित प्रश्न पर व्यापक बातें की गई.
आज का प्रारंभ,दिवस ज्ञान से किया गया .
अंतत : गृहकार्य एवं कल क्या सीखना है? इसकी एक झलक के साथ पाठ को संपन्न किया.
कमलेश कुमार
शीर्षक- असली चित्र के सारांश के पश्चात उसके कठिन शब्दों के शब्दार्थ पर चर्चा एवं पाठ के प्रश्न अभ्यास पर व्यापक बातें की गई.
आज का प्रारंभ,दिवस ज्ञान से किया गया .
शीर्षक- असली चित्र का आदर्श वाचन के पश्चात उसके कठिन शब्दों के शब्दार्थ पर चर्चा एवं पाठ के भावार्थ को समझा गया. आज का प्रारंभ,दिवस ज्ञान से किया गया .अंतत : गृहकार्य एवं कल क्या सीखना है? इसकी एक झलक के साथ पाठ को संपन्न किया
शीर्षक- असली चित्र का आदर्श वाचन के पश्चात उसके कठिन शब्दों के शब्दार्थ पर चर्चा की गई. आज का प्रारंभ,दिवस ज्ञान से किया गया .
अंतत : गृहकार्य एवं कल क्या सीखना है? इसकी एक झलक के साथ पाठ को संपन्न किया.